नेपानगर विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को जनविरोध का भी सामना करना पड़ रहा

मयंक शर्मा
खंडवा १० नवंबर ;अभी तक;  नेपानगर विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्याशियों को जनविरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। नेपानगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी मंजू दादू बुधवार को चुनाव प्रचार के लिए बाकड़ी क्षेत्र में पहुंची थी। यह बाकड़ी क्षेत्र वही है जहां प्रशासन ने सैकड़ों अतिक्रमणकारियों की टपरियां तोड़ी हैं। जब भाजपा प्रत्याशी इसी क्षेत्र में पहुंची तो काफी संख्या में आदिवासी महिलाएं उनके वाहन के सामने खड़ी हो गईं। कुछ ने कहा हमारे गांव में विकास नहीं हुआ है तो कुछ ने कहा कि जब हमारी टपरियां तोड़ी गई तब कहां थे ?

इसे लेकर मंजू दादू ने कहा कि तब मैं विधायक नहीं थी, लेकिन इसके बाद भी आपकी ओर से जो भी प्रतिनिधि मेरे पास आए थे। उनकी समस्याओं को मैंने गंभीरता से सुना था और उनके साथ कलेक्टर से मिलने भी गई थीं। हालांकि मैं तब विधायक भी नहीं थीं, लेकिन महिलाएं कहने लगी आप विधायक नहीं थी तो जो विधायक थीं वह कहां है उन्हें बुलाओ। काफी देर तक यह विरोध होता रहा। इस दौरान मंजू दादू खुली जीप में ही बैठी नजर आईं।

0 सीएमओ हटायें।

उधर नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सोहन सैनी ने गुरुवार को जिला निर्वाचन अधिकारी को पत्र लिखा। इसमें उन्होंने खुले तौर पर कहा कि नपा के प्रभारी सीएमओ धीरेंद्र सिंह सिकरवार विधानसभा चुनाव प्रभावित कर सकते हैं। दरअसल सीएमओ कुछ ही समय पहले नपा में पदस्थ हुए हैं, लेकिन फिलहाल विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। ऐसे में उन्हें हटाने कीं मांग भी होने लगी है।
जिला निर्वाचन अधिकारी को भेजे गए पत्र में कहा गया कि धीरेंद्र सिंह सिकरवार राजस्व निरीक्षक बुरहानपुर को नगर पालिका नेपानगर गृह नगर में मुख्य नगर पालिका अधिकारी का प्रभार दिया गया है। निर्वाचन आयोग के नियमानुसार गृह नगर का कोई भी अधिकारी किसी बड़े शासकीय पद पर चुनाव संपन्न होने तक जिले में कहीं भी पदस्थ नहीं रह सकता। सिकरवार स्थानीय व्यक्ति हैं। साथ ही पिछले कईं सालों से गृह जिले बुरहानपुर में सेवाएं दे रहे हैं। इनके विभिन्न राजनीतिक दलों से संबंध हैं। निर्वाचन आयोग की गरिमा, निष्पक्ष चुनाव संपन्न हो सके इसके लिए सिकरवार कहीं और स्थानांतरित किया जाना चाहिए।