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जिले की 8 कृषि मंडियों को मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ बालाघाट से लगभग 15 करोड़ रुपये की राशि वसूलना

आनंद ताम्रकार

बालाघाट २८ मार्च ;अभी तक;  बालाघाट जिले की 8 कृषि मंडियों को मध्यप्रदेश राज्य विपणन संघ बालाघाट से लगभग 15 करोड़ रुपये की राशि वसूलना है। जो कि वर्ष 2021-22 में विपणन संघ द्वारा समर्थन मूल्य पर खरीदी गई धान के एवज में लिया जाना है।

                             कृषि उपज मंडी अधिनियम की धारा 19(4) में दिये प्रावधानों के अनुसार मंडी शुल्क की यह राशि कृषि उपज का व्यापार करने वाले व्यवसायियों तथा अनुज्ञप्तिधारी संस्थाओं से वसूले जाने का नियमन किया गया है। इस प्रावधान में यह भी उल्लेख किया गया है की नियत समय पर मंडी शुल्क ना पटाये जाने की स्थिति में देय मंडी शुल्क का 5 गुना राशि वसूलने का प्रावधान रखा गया है।

यह उल्लेखनीय है की बालाघाट जिले में वारासिवनी,बालाघाट,लालबर्रा,कटंगी,परसवाड़ा,खैरलांजी मोहगांव में कृषि उपज मंडियां है इनके अधिकारिक क्षेत्र में विपणन संघ द्वारा समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य किया जाता है।

अधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वारासिवनी कृषि उपज मंडी को वर्ष 2021-22 एवं 2022-23 की अवधि का 3 करोड 55 लाख 21 हजार 800 रूपये मंडी शुल्क तथा निराश्रित शुल्क शामिल है। निराश्रित शुल्क की राशि कलेक्टर कार्यालय में जमा किये जाने का प्रावधान है। इतनी बड़ी राशि जमा नही किये जाने के कारण कृषि उपज मंडियों की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई है और मंडी में कार्यरत कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ गये है।

मंडी समितियों के कर्मचारियों के संगठन से जुडे़ पूर्व उपाध्यक्ष नागेन्द्र रंगारे ने बताया की मंडी समितियो ंकी आर्थिक स्थिति कमजोर होने तथा कर्मचारियों को नियमित वेतन ना मिलने के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मंडी शुल्क की बकाया राशि ना पटने के संबंध में उनके संगठन द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराये जाने के बाद भी विपणन संघ से मंडी शुल्क वसूलने हेतु कोई कार्यवाही नही की जा रही है।

यह उल्लेखनीय है कि विगत वर्ष लगभग 4 अरब रुपये की राशि से 42 लाख क्विंटल धान की खरीदी समर्थन मूल्य पर खरीदी गई थी जिसका मंडी शुल्क विपणन संघ से वसूल किया जाना है।

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