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हिन्दू धर्म की रक्षा हेतु भगवान श्री झूलेलाल जी का अवतार हुआ था, प्रभात फेरी निकली, झूमे सिन्धुजन

महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ६ अप्रैल ;अभी तक;  मन्दसौर  भगवान श्री झूलेलाल जी के जन्मोत्सव चेटीचण्ड महापर्व के अन्तर्गत पूज्य सिन्धी जनरल पंचायत के तत्वावधान में श्री वरूणदेव मंदिर संचालन समिति द्वारा, 6 अप्रैल को प्रातःकाल निकली संकीर्तन प्रभात फेरी श्री प्रेमप्रकाश आश्रम पहुंची जहां पर भगवान लक्ष्मीनारायण, भगवान झूलेलाल, सतगुरू टेऊँरामजी महाराज एवं सतगुरुओ की प्रतिमाओं का सुन्दर व आकर्षक मनोरथ किया गया। जिसके दर्शन कर सभी प्रफुल्लित हो उठे। बहिराणा के सदस्य मुरली पारवानी ने भगवान झूलेलाल के जीवन पर आधारित सुन्दर भजन प्रस्तुत किये जिस पर उपस्थित सिन्धी समाज की संगत खुशी के कारण झूम उठी।
                                    श्री प्रेमप्रकाश आश्रम सेवा मण्डली के अध्यक्ष पुरूषोत्तम शिवानी, मोहनदास फतनानी आदि ने सभी का पुष्पवर्षा कर स्वागत किया। आरती करने वालों में प्रमुख दृष्टानंद नैनवानी, राम कोटवानी, लक्ष्मणदास रायमलानी, मुकेश होतवानी, वासुदेव सेवानी, गिरिश भगतानी, दयाराम जैसवानी, मोहनदास फतनानी, देवीदास प्रधनानी, हरिश उत्तवानी, नरेंद्र संगतानी, प्रीतम खैमानी, मनोज (मनू) सेवानी, मुरली पारवानी, नानकराम नंदवानी, नरेश फतनानी, नारायण शिवानी, ईश्वर भावनानी, कैलाश मनवानी, गोपाल पारवानी, ठाकुरदास खेराजानी,सुन्दरदास आसवानी, दिनेश रामचन्दानी, दिनेश सेवानी सहित सैकड़ों स्त्री, पुरूष, बच्चों ने इस वर्ष पूज्य सिंधी जनरल पंचायत के सानिध्य में उत्साह के साथ भगवान श्री झूलेलाल का जन्मोत्सव मनाने का संकल्प लिया, जो देखते ही बनता था।
                                  खुशी का इजहार करने के लिये 4 अप्रेल से प्रातः 6 बजे से ही सिन्धी समाज की महिला, पुरूष व बच्चे स-कीर्तन, प्रभातफेरी के माध्यम से शहर के हर कोने, मोहल्ले व कॉलोनियों में जाकर ‘‘जय झूलेलाल, आयोलाल झूलेलाल के जयकारो‘‘ के साथ 10 अप्रैल को भगवान के जन्मदिवस में पधारने का आव्हान कर रहे है। इस पावन अवसर पर श्री प्रेम प्रकाश सेवा मण्डली की महिलाओं ने झूलेलाल  भगवान व श्री टेऊँराम के भजन प्रस्तुत किये।
                             श्री प्रेम प्रकाश सेवा मण्डली के अध्यक्ष एवं पूज्य सिंधी जनरल पंचायत के स्थाई संयोजक पुरूषोत्तम शिवानी ने चेटीचण्ड मेले में सिंधुजनों को अधिक उत्साह से सम्मिलित होने का आह्वान किया व सिन्धु संस्कृति की व्याख्या करते हुए कहा कि हमारी सिन्धु संस्कृति प्राचीन संस्कृति है। मोहन जोदड़ों के वंश से सिंन्धु संस्कृति की उत्पत्ती हुई व हिन्दू संस्कृति की उत्पत्ति भी मोहन जोदड़ो सिन्धु संस्कृति से हुई।
                                शिवानी ने कहा कि आज से 1074 वर्ष पूर्व जब हिंदुओं पर अत्याचार होने लगे एवं धर्म परिवर्तन के लिए हिन्दूओं को विवश किया जाने लगा तब हिंदू धर्मी सिंधु नदी पर एकत्रित होकर भगवान को पुकारा तब आकाशवाणी हुई की हिंदुओं की रक्षा के लिए भगवान श्री झूलेलाल जल ज्योति के अवतार अवतार लेंगे। और हिंदुओं की रक्षा करेंगे कहने  का तात्पर्य है कि हिंदू धर्म की रक्षा हेतु ही भगवान श्री झूलेलाल जी का अवतार हुआ था। इसलिये हम सिन्धु जनों को सिन्धी कुल में जन्म लेने पर गर्व होना चाहिये। इस वर्ष वाहन रैली में महिलाओं को भी सम्मिलित होने का आग्रह किया गया।
अंत मं संगत का आभार प्रदर्शन श्रीमती निशा भरत मलकानी एवं श्रीमती रेखा हरीश उतवानी ने किया

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