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आर्यरक्षित सूरि तीर्थ धाम में स्थापित होने हेतु प्रतिमाजी मंदसौर पहुंची, प्रतिमाओं के आगमन पर चल समारोह निकला

महावीर अग्रवाल 

मन्दसौर ११ जून ;अभी तक;  रविवार को आर्य रक्षित सूरि तीर्थ धाम चन्द्रपुरा में स्थापित होने हेतु मूलनायक श्री उत्वसगहरम पार्श्वनाथ की 73 इंची व आचार्य श्री आर्यरक्षित सूरि की प्रतिमा का मंदसौर में आगमन हुआ। प्रतिमाओं के नगर आगमन व आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा., आचार्य श्री सोम्यचन्द्रसागरसूरिश्वरजी म.सा., आचार्य श्री विवेकचन्द्रसागरसूरिश्वरजी म.सा. प्रवर्तक श्री धैर्यचन्द्रसागरजी म.सा. के मंदसौर नगर आगमन के उपलक्ष्य में विशाल चल समारोह निकाला गया।

                                    श्री आर्य रक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम ट्रस्ट मण्डल चन्द्रपुरा मंदसौर के तत्वावधान में आयोजित इस चल समारोह में बड़ी संख्या में जैन समाज के धर्मालुजन शामिल हुए। प्रभु पार्श्वनाथ व आचार्य श्री आर्यरक्षित सूरि म.सा. की प्रतिमा व तीनों आचार्याें की अगवानी श्री आदिनाथ पार्श्वनाथ जैन श्वेताम्बर मंदिर शहर भोजका गली ट्रस्ट, श्री आदिनाथ पार्श्वनाथ ग्रुप, श्री आदिनाथ पार्श्वनाथ महिला मण्डल के पदाधिकारियों व सदस्यों के द्वारा श्री गोपालकृष्ण गौशाला कालीदास मार्ग पर की गई।

                                           इस अवसर पर शांतिलालजी प्रेमबाई लोढ़ा परिवार (हिम्मत होम) की ओर से नवकारसी का आयोजन हुआ। नवकारसी के उपरांत आचार्य श्री अशोकसागरसूरिश्वरजी म.सा. की पावन निश्रा में विशाल चल समारोह निकाला गया। यह चल समारोह कालाखेत बस स्टेण्ड रोड़, कालाखेत रोड़ नं. 3, सदर बाजार, मण्डी गेट, पशुपतिनाथ मंदिर रोड़, जगतपुरा चौराहा, पशुपतिनाथ मार्ग नवीन पुलिया, चन्द्रपुरा चौराहा हाते हुए श्री आर्य रक्षित सूरि जैन तीर्थ धाम पहुंचा। यहां आचार्य श्री की पावन निश्रा में मंगलमयी प्रवचन का आयोजन हुआ। इसके उपरांत रतनलालजी मोहनबाई खमेसरा (राजेन्द्र खमेसरा, मुकेश खमेसरा) परिवार की ओर से प्रवचन व चल समारोह में शामिल हुए धर्मालुजनों हेतु स्वामीवात्सल्य का आयोजन किया गया। चल समारोह के मार्ग में कई स्थानों पर जैन परिवारांे द्वारा प्रतिमाओं व आचार्य श्री की अगवानी हेतु गहुलिया की गई। धर्मालुजनों ने अपने निवास स्थान से बाहर आकर प्रतिमाजी एवं आचार्य श्री के दर्शन वंदन का धर्मलाभ लिया।

यह उल्लेखनीय है कि पूरे देश में दशपुर नगर का नाम गौरवान्वित करने वाले आचार्य श्री आर्यरक्षितसूरिजी के चन्द्रपुरा स्थित तीर्थ धाम पर मंदिरजी का कार्य चल रहा है। इसी मंदिर मंे प्रभु पार्श्वनाथजी व आचार्य श्री आर्यरक्षितसूरिश्वरजी की प्रतीमा स्थापित होना है। कार्यक्रम में नपाध्यक्ष रमादेवी गुर्जर, हुडको डायरेक्टर बंशीलाल गुर्जर, प्रवचन व चल समारोह में श्री आर्यरक्षित सूरि तीर्थ धाम ट्रस्ट अध्यक्ष शांतिलाल लोढ़ा, सचिव दिलीप डांगी, संरक्षक गौतमचंद बेताला मुम्बई, ट्रस्टीगण मुकेश खमेसरा, लक्ष्मीलाल भण्डारी, दिलीप संघवी, अनिल संघवी, सकल जैन समाज अध्यक्ष प्रदीप कीमती, कार्यकारी अध्यक्ष नरेन्द्र मेहता, संयोजक सुरेन्द्र लोढ़ा, उपसंयोजक अशोक मारू, समाजसेवी हिम्मत लोढ़ा, प्रदीप लोढ़ा, राजेन्द्र खमेसरा, विरेन्द्र भण्डारी, अजित संघवी, विजय सुराना, हिम्मत डांगी, अजीत नाहर, सुरेन्द्र जैन योगगुरू, अप्रेश भण्डारी, कपिल भण्डारी, शैलेन्द्र भण्डारी, अभिषेक खमेसरा, प्रियांष खमेसराा, धमेन्द्र खमेसरा, चेतन खमेसरा, भरत संघवी, प्रवीण संधवी, पंकज मुरड़िया, इष्टा भाचावत, अरूण जैन धमनारवाला, प्रदीप संघवी, नेमकुमार संघवी भीलवाड़ा, योगेश पटेल, रमेश जैन डालर, कांतिलाल जैन हवेलीवाला, सुभाष रिछावरा, गौरव संचेती, सुरेन्द्र भण्डारी, हितेश भण्डारी, मंगेश भाचावत एड., संजय लोढ़ा पत्रकार, ब्रजलाल नैनवानी, छोटेलाल जैन, अशोक कर्नावट, सुशील तरवेचा, संदीप धींग आदि गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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